रांची, मई 28 -- रांची, संवाददाता। सतत विकास का यही मूल मंत्र है कि हम विकास करें, लेकिन प्रकृति और पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए। हम जिन प्राकृतिक संसाधनों का आज उपयोग कर रहे हैं, वे हमारे पूर्वजों की विरासत हैं। इन्हें अगली पीढ़ी तक सुरक्षित पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। यह हमारी जवाबदेही है कि आने वाली पीढ़ी को रहने लायक समाज और पर्यावरण दें। बुधवार को यह बातें वन पर्यावरण विभाग के सचिव अबुबकर सिद्दीकी ने स्टेशन रोड स्थित होटल बीएनआर चाणक्या में आयोजित सारथी झारखंड जस्ट ट्रांजिशन नेटवर्क कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि जल, वायु, जंगल और जैवविविधता हमारे बच्चों के भविष्य की नींव हैं। इसलिए हमें संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करना होगा। ताकि एक स्वच्छ, सुरक्षित और रहने योग्य समाज अगली पीढ़ी को मिल सके। मौके पर वन विभाग के रवि रंजन ने र...