लखनऊ, मई 22 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास के साथ-साथ प्रकृति संरक्षण को भी महत्व दिए जाने की नसीहत गुरुवार को दी। अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि विकास का मॉडल ऐसा होना चाहिए जो प्रकृति के लिए आत्मघाती न हो। उन्होंने आधुनिक विकास मॉडल पर सवाल उठाए और कहा कि पर्यावरण व विकास के बीच सामंजस्य बहुत जरूरी है। विकास व पर्यावरण संरक्षण साथ-साथ चले। पर्यावरण संरक्षण सबकी जिम्मेदारी वन एवं पर्यावरण गोमतीनगर में स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रकृति तथा सतत विकास के साथ सामंजस्य विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में उन्होंने नागरिकों को प्रकृति व पर्यावरण के प्रति उनका कर्तव्यबोध भी कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण सबकी जिम्मेदारी है। सरकार के साथ-साथ ...