पटना, सितम्बर 15 -- तरुमित्रा के निदेशक फादर टोनी पेंडानाथ, एसजे ने कहा कि अगर हम प्रकृति के करीब जीवन जीएं तो बीमार नहीं होंगे। उन्होंने पर्यावरण पर जोर दिया और औषधि के रूप में हर्बल पौधों के उपयोग का सुझाव दिया। कहा कि इनका शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। ये पौधे तरुमित्र में पाए जाते हैं। वे सोमवार को विश्व ओजोन दिवस के मौके पर आद्री परिसर में पर्यावरण एवं जलवायु अध्ययन केंद्र (सीएसईसी) में ईआईएसीपी की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सतत विकास की प्राप्ति के लिए मधुमक्खी पालन (एपिकल्चर), बागवानी (हॉर्टिकल्चर) आदि के अभ्यास पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उनके 8 एकड़ जैव-आरक्षित क्षेत्र में 450 से अधिक औषधीय पौधों की प्रजातियां पाई जाती हैं। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि फ्रिज, एयर कंडीशनर आदि में प्रयोग होन...
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