नई दिल्ली, फरवरी 21 -- पहली नजर में प्यार हो जाने वाले किस्से फिल्मों में ही अच्छे लगते हैं क्योंकि किसी भी रिश्ते को मजबूती देने के लिए आपस में तालमेल होना बहुत जरूरी है। दूसरे शब्दों में कहें तो रिश्तों में प्रगाढ़ता तभी आती है, जब दो लोगों के विचारों में संतुलन होता है। शुरुआती मुलाकातों में सब कुछ गुलाबी और खूबसूरत लगता है क्योंकि मन प्रेम के रस में सराबोर होता है, लेकिन व्यवहारिक धरातल प्रेम की सपनीली दुनिया से अलग होता है, जहां एक-दूसरे के प्रति सम्मान और भविष्य को लेकर साझा सपने देखना भी जरूरी होता है। इसका यह अर्थ नहीं है कि प्रेम जैसे खूबसूरत अहसास से दूर ही रहा जाए, बल्कि इसका अर्थ यह है कि कोई नया रिश्ता कायम होने पर उसमें जल्दबाजी करने की बजाय उसे पनपने का समय दें। वैसे जानकार भी नए रिश्ते में धीमी शुरुआत की पैरवी करते हैं ताकि...