वाराणसी, अप्रैल 22 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। ईसाई धर्म के विश्व के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के निधन से काशी का मसीही समाज स्तब्ध रह गया। कैथोलिक समाज के लोगों में विशेष रूप से शोक छा गया। पोप के फ्यूनरल (अंत्येष्टि) में शामिल होने के लिए काशी धर्मप्रांत के बिशप यूजीन जोसेफ सोमवार को वेटिकन सिटी रवाना हो गए। अभी रविवार को ही मसीहियों ने ईस्टर की खुशियां मनाई थीं। प्रभु यीशु के पुनर्जन्म दिवस पर चर्चों में विशेष प्रार्थना हुई थी। अगले ही दिन अपने सबसे बड़े धर्मगुरु के निधन की खबर ने उन्हें शोक में डुबो दिया। जानकारी के अनुसार 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस ने रविवार को वेटिकन की बालकनी से मसीहियों को ईस्टर की शुभकामनाएं दी थीं। तब लोगों को जरा भी आभास नहीं था कि सोमवार को उनके निधन की सूचना मिलेगी। उनके निधन से मसीही परिवारों में उदासी...