चमोली, नवम्बर 8 -- चमोली जिले में पोखरी ब्लॉक के गांवों में त्वचा की बीमारी का इलाज करने के लिए पहुंची श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने शनिवार को मगोथ, सूगी और रानों गांव में ग्रामीणों का इलाज किया। इस दौरान चिकित्सकों ने पाया कि यह स्कैबिस बीमारी है। जो सार्कोप्ट्स स्कैबेई नामक माइट के संक्रमण के कारण होता है। यह माइट त्वचा में घुसकर अंडे देती है, जिससे त्वचा पर चकत्ते, खुजली और अन्य लक्षण दिखाई देते हैं। इन गांवों में पिछले डेढ़ माह से 150 से अधिक लोग त्वचा की बीमारी से जूझ रहे हैं। शुक्रवार को 'हिन्दुस्तान' अखबार में रानों, बमोथ, सूगी, करछूना समेत आठ गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों को फैल रही स्कैबिस अर्थात त्वचा की बीमारी की खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। फिर शुक्रवार को कर्णप्रयाग से डॉक्टरों की टीम ने रानों ग...