गंगापार, जून 8 -- जल और जंगल जब तक सुरक्षित नहीं होंगे जब तक पॉलीथीन का प्रयोग व उत्पादन बंद नहीं होगा, तब तक दूषित पर्यावरण से हम नहीं बच सकते। दूषित पर्यावरण के लिए हम सभी दोषी हैं, इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है कि पर्यावरण संतुलन हेतु भरपूर प्रयास करें। उक्त विचार विश्व पर्यावरण दिवस अभियान के तहत रविवार को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एसोसिएशन द्वारा मांडा के अभिराजी विहार इंटर कॉलेज में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री विद्यालय के प्रबंधक तपेंद्र प्रसाद ने व्यक्त किया। कहा कि निरंतर बढ़ती आबादी और बढ़ते औद्योगीकरण के चलते जंगल समाप्त हो गये। जंगल और वृक्ष समाप्त होने के बाद धरती का जलस्तर काफी नीचे चला गया। पहले तालाबों और नदियों में हमेशा पानी रहता था। नदियों का पानी पीने योग्य भी रहता था, लेकिन अब नदियों में स्नान लायक भी स्व...