लखीसराय, नवम्बर 22 -- लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिला प्रशासनिक पदाधिकारी व स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के कारण सदर अस्पताल में वृद्ध मरीज के लिए 10 लाख की लागत व रिपेयरिंग सहित 15 लाख की खर्च के बाद भी जिरियाट्रिक वार्ड का संचालन चार वर्ष में सुनिश्चित नहीं हो पाया। कोविड संक्रमण काल के दौरान तत्कालीन सीएस डॉ. आत्मानंद के कार्यकाल में 10 लाख की लागत से 2021 में वार्ड का निर्माण कराया गया था। उसके बाद रिपेयरिंग व एसी सहित अन्य सुविधा के लिए लगभग पांच लाख रुपया खर्च किया गया। इतना खर्च के बावजूद चार साल के अंतराल में वार्ड में एक भी वृद्ध मरीज को भर्ती कर इसका लाभ उपलब्ध नहीं कराया जा सका। आश्चर्य की बात तो यह है की वार्ड के संचालन की पहल के बजाय पूरी तरह बंद करते हुए उसमें कैंसर स्क्रीनिंग क्लिनिक संचालन की तैयारी की जा रही है। -----...