मोतिहारी, दिसम्बर 14 -- हरसिद्धि, एक संवाददाता। सरकार के किसानों की आय दोगुनी करने का सपना चकनाचूर हो रहा है। किसान कड़ी मेहनत से सुखाड़ के बाद धान की फसल तैयार किये। फसल तैयार होते ही असमय तूफान आने से हुई भारी बारिश के कारण धान की फसल में भारी नुकसान हुआ । सभी सितम झेलने के बाद किसान जब फसल तैयार किए तो सिस्टम की मार झेलने रहे हैं। किसानों के माथे पर तैयार फसल बेचकर बच्चों की स्कूल फीस, शादी ब्याह , महाजन का कर्ज व अगला तेलहन, दलहन व रबी फसल की खेती है । किसान सिस्टम की चक्की में पीसने के बाद मजबूर होकर बिचौलिया के हाथों सरकार के निर्धारित दर से एक हज़ार रुपया कम पर धान बेचने को मजबूर हैं। किसान दया शंकर राय, सिकंदर राय , मनीष कुमार, बली पांडेय सहित अन्य ने बताया कि महंगा दर पर खाद बीज खरीदकर धान की खेती किया था। सुखाड़ होने के कारण 200 रुप...
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