रांची, मई 30 -- तोरपा, प्रतिनिधि। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पेशा कानून लागू करने से बचने के लिए सरना कोड का मुद्दा कांगेस और झामुमो के लोग उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पेशा कानू लागू नहीं होने से राज्य को 14 सौ करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है। पेसा के लागू होने से 13 अनुसूचित जिलों में आदिवासियों को लाभ मिलता। यह पैसा जनजातियों के विकास पर खर्च होता। रघुवर दास गुमला से खूंटी जाने के क्रम में शुक्रवार की शाम को तोरपा में पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रूढ़िवादी परम्परा बनी रहे, पेशा कानून लागू करने के लिए आंदोलन करना होगा। मुंडा परंपरा को मजबूत करना होगा। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार में सरना कोड नहीं दिया। यह सरकार आदिवासियों को बहका रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में सरना नहीं हैं। अलग-अलग र...