गिरडीह, दिसम्बर 2 -- गिरिडीह, प्रतिनिधि। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज टू और जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले में पेयजल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने तथा सभी ग्रामीण परिवारों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सोमवार को व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया। जिसमें जलसहियाओं को बताया गया कि पेयजल स्रोतों की गुणवत्ता को समय-समय पर जांचें। बताया कि जल की पीएच माप, पानी की स्थिति का परीक्षण तथा प्राप्त परिणामों को झार-जल मोबाइल एप्लीकेशन से वाटर क्वालिटी मॉनिटिरिंग पोर्टल पर नियमित रूप से अद्यतन करना अनिवार्य है। प्रत्येक जल सहिया को महीने में कम से कम एक बार जांच कर ऑनलाइन प्रविष्टि सुनिश्चित करनी होगी। प्रशिक्षण में पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल वन और टू के अधीन 2364 जल सहिया शामिल हुई। प्रमंडल वन के कार्यपालक अभियंता राहुल श्रीवास्तव ने बताय...