सासाराम, अप्रैल 14 -- चेनारी, एक संवाददाता। कैमूर पहाड़ी की तराई वाले इलाकों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा है। ऐसे में सबसे अधिक परेशानी पशुपालकों को हो रही है। वे पानी की खोज में सुबह-शाम मवेशियों को लेकर कोसों दूर निकल रहे हैं। बताया कि अधिकांश तालाब व आहार सूख गए हैं। ऐसे में दूर-दूर तक पानी नहीं मिल रहा है। ऐसे में पशुओं को लेकर पलायन को मजबूर हो रहे हैं। पशुपालकों ने बताया कि भूमि संरक्षण विभाग द्वारा खोदे गए दर्जनों तालाबों में पानी नहीं है। कहा तालाब खुदाई में भारी अनियमितता बरती गई। बताया कि विभाग द्वारा क्षेत्र में 400 से अधिक तालाब खोदे गए हैं। लेकिन किसी में पानी नहीं है। कहा सभी तालाब की गहराई तीन से चार भी नहीं है। पेयजल की किल्लत के कारण कई लोग अपने आंखों के तारे बने गाय,बछड़े और बैलों को सस्ते दामों में बेच रहे हैं। औरैईयां ...