जमशेदपुर, नवम्बर 7 -- वन विभाग के अतिथि गृह, मानगो में चल रहे चार दिवसीय नेशनल आर्ट कैंप का दूसरा दिन रंगों और भावनाओं से भरा रहा। सुबह से ही 25 कलाकार अपने-अपने कैनवास पर कल्पनाओं को आकार दे रहे थे। कोई मां भवानी की पेंटिंग बना रहा था, तो कोई प्रेम के भाव को पेड़ की शाखाओं में उकेर रहा था। रांची के कलाकार दीपांकर कर्मकार की पेंटिंग विशेष आकर्षण का केंद्र रही। उनकी कलाकृति में इंसान पेड़ काटकर उसी पर पंखा लगाकर लैपटॉप चला रहा है - यह चित्र विकास की अंधी दौड़ में प्रकृति के दोहन पर गहरा व्यंग्य है। कर्नाटक के डॉ. मल्लिकार्जुन बागोड़ी ने स्वर्गीय रतन टाटा और जमशेदपुर शहर पर केंद्रित पेंटिंग तैयार की है, जबकि भोपाल, असम, बिहार, झारखंड और बंगाल से आए कलाकार अपनी-अपनी कला में मग्न दिखे। शहर की जानी-मानी चित्रकार मुक्ता गुप्ता की संस्था अन्विति...
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