गिरडीह, मई 5 -- बगोदर। विदेशों एवं महानगरों में रहनेवाले बगोदर प्रखंड क्षेत्र के प्रवासी मजदूर महफूज नहीं हैं। प्रवासी मजदूरों को वहां आए दिन किसी न किसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा प्रवासी मजदूरों के विदेशों एवं महानगरों में भी मौत की खबरें भी लगातार सामने आती रहती है। महानगरों में मौत के बाद तो दो- चार दिनों में शव घर पहुंच जाता है मगर विदेशों में मौत के बाद शव आने के लिए महीने भर से भी अधिक का समय लग जाता है। हाल के दिनों में घटित हुई प्रवासी मजदूरों से जुड़े कुछ मामले इस तरह के हैं। और, यह सब होता है रोजी-रोटी की जुगाड़ में। एक माह बाद विदेश से आया प्रवासी मजदूर का शव बगोदर के माहुरी गांव के रहनेवाले प्रवासी मजदूर का शव एक महीने बाद रविवार को गांव पहुंचा है। शव आते ही परिजनों के चित्कार से माहौल गमगीन हो गया। पत्नी...