नई दिल्ली, अक्टूबर 19 -- नई दिल्ली, हिन्दुस्तान ब्यूरो। बीते छह माह में चांदी की कीमतों की तूफानी चाल पर फिदा हुए भारतीय निवेशकों ने धनतेरस पर जमकर खरीदारी की। यह खरीदारी इतनी जबरदस्त थी जिसने दुनिया भर के कीमती धातुओं के बाजार में भूचाल ला दिया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, इस अभूतपूर्व मांग के कारण भारत की सबसे बड़ी रिफाइनरी एमएमटीसी-पीएएमपी का चांदी का भंडार में पहली बार खाली हो गया। भारत की इस भारी डिमांड ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी असर दिखाया। लंदन जैसे बड़े कारोबारी केंद्र में बैंकों ने ग्राहकों को चांदी का भाव बताना तक बंद कर दिया क्योंकि वहां भी उपलब्ध स्टॉक खत्म हो गया। कई कारोबारियों ने इसे पिछले 45 साल का सबसे बड़ा संकट बताया। लंदन बाजार में रोज लगभग 250 मिलियन औंस का लेन-देन होता है। ऐसे में सप्लाई का दबाव तेजी से बढ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.