शाहजहांपुर, अगस्त 4 -- मदनापुर। ओसीएफ में रामलीला ग्राउंड के सामने लक्ष्मी नारायण मंदिर में चल रही रामकथा के पंचम दिवस पर छोटी काशी मल्लावां से पधारे आचार्य जितेन्द्र कृष्ण मिश्र ने कहा कि रामकथा सरिता में स्नान करने से जीवन की दिशा बदल जाती है और दशा सुधर जाती है। कथा को गुरु की भांति जीवन में स्वीकार करने से यश पताका स्वतः लहराती है। उन्होंने कहा कि मिथिला संतों की नगरी है, जहां पुष्प वाटिका में भक्ति और भगवान का प्रथम मिलन होता है। इसी में प्रभु को भी अभिमान छोड़ना पड़ता है। आज के मुख्य यजमान रमेश चंद्र मिश्रा और उनकी पत्नी रहे। कार्यक्रम में श्री सरनाम सिंह, रमाकांत शर्मा, विवेक तिवारी, गणेश, रामपाल का सहयोग रहा। प्रसाद वितरण संजय मिश्रा व द्वारिका प्रसाद ने किया। ट्रस्ट सचिव मदन मोहन त्रिपाठी ने आभार जताया।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वी...