लखनऊ, अगस्त 1 -- शौक नहीं मजबूरी है, पुरानी पेंशन जरूरी है। पेंशन हक है लेकर रहेंगे। कुछ इन्हीं नारों के साथ तख्ती लिए कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए रोष मार्च निकाला। शुक्रवार को नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम और अटेवा के आह्वान पर लखनऊ समेत प्रदेश मुख्यालय पर निजीकरण समाप्त करने, स्कूलों के मर्जर हटाने और पुरानी पेंशन बहाली की मांग की गई। इस दौरान हजरतगंज स्थित स्व. बीएन सिंह की प्रतिमा पर एकजुट हुए शिक्षक और कर्मचारी संगठनों ने नारे लगाते हुए शहीद स्मारक तक पैदल विरोध मार्च निकाला। मार्च के बाद जिलाधिकारी के जरिए मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपकर पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की। रोष मार्च का नेतृत्व कर रहे अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने कहा कि सरकार लगातार सरकारी संस्थाओं का निजीकरण कर बेरोजगारी क...