शामली, अप्रैल 22 -- हर वर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है, ताकि हम अपने ग्रह की रक्षा और संरक्षण के लिए संकल्प लें। मगर धरातल पर तस्वीर इसके ठीक उलट नजर आ रही है। अंधाधुंध पेड़ों की कटाई और अत्यधिक जल दोहन से पृथ्वी का प्राकृतिक श्रृंगार लगातार उजड़ता जा रहा है। जिले में पिछले कुछ सालों में हाईवों का निर्माण हो या फिर विकसित कालोनियों के नाम पर लाखों पेड़ काट दिए गए। यही नहीं, लगातार हो रहे जल दोहन भी इसका मुख्य कारण है। जनपद शामली सहित आसपास के क्षेत्रों में विकास कार्यों, विशेषकर हाईवे निर्माण के चलते बड़ी संख्या में पेड़ों की बलि दी गई है। बाग-बगिचों को भी विकास की दौड़ में हटा दिया गया है। जिसके परिणाम स्वरूप जिले की हरियाली तेजी से कम हो रही है, जो न केवल पर्यावरण के लिए बल्कि आम जनजीवन के लिए भी चिंता का विषय बन चुका है। पर्यावर...
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