फरीदाबाद, फरवरी 12 -- फरीदाबाद। साइबर ठगों ने एक पूर्व महिला आईपीएस को मनी लाउड्रिंग का डर दिखाकर दस दिनों तक व्हाट्सऐप कॉल पर डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान उनके शेयर बिकवा दिए और उन रुपयों को हड़पने का प्रयास किया। गनीमत यह रही कि ठगी की आशंका होने पर जैसे ही पीड़िता ने खुद को पूर्व पुलिस अधिकारी बताया तो आरोपी ने कॉल काट दिया। इससे वह ठगी का शिकार होने से बच गईं। पुलिस ने वारदात के छह माह बाद मुकदमा दर्जकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस आरोपियों की तलाश करने का दावा कर रही है। पीड़िता सेक्टर-21सी में परिवार के साथ रहती हैं। वह साल 1994 से 2007 तक आईपीएस अधिकारी रह चुकी हैं। वह नगालैंड में डीसीपी क्राइम रह चुकी हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया है कि जुलाई-2024 के अंतिम सप्ताह में उनके मोबाइल फोन पर एक कॉल आया। कॉल करने वाले अपने आपको द...