मुरादाबाद, अक्टूबर 13 -- छह फिट लंबा कद, हाई आर्म बालिंग। जब वह बालिंग करते तो बैट्समैन को पता नहीं चलता गेंद कहां से निकली। युवा अवस्था में अहमर खान ने कई दिग्गजों को चकमा देकर विकेट झटके। दुर्भाग्य रहा कि वह रणजी नहीं खेल सके। उनकी मौत पर सभी क्रिकेट दुखी हैं। क्रिकेट प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई। कई लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। पूर्व क्रिकेटरों ने कहा कि इस उम्र के पचास पड़ाव पार करने के बाद उन्होंने अपनी अंतिम पारी भी क्रिकेट के साथ खेली। आखिरी सांस तक वह गेंदबाजी कर दुनिया से विदा हुए। एकता विहार कालोनी स्थित अहमर के आवास पर उनकी गेंदबाजी की चर्चा होती रही। खेल प्रेमियों ने कहा कि वह एक अच्छे खिलाड़ी और उतने ही अच्छे इंसान भी थे। बिलारी में संभल के विरुद्ध मैच खेलते खेलते वह अलविदा कह जाएंगे किसी ने सोचा भी नहीं था। उन्हों...