लखनऊ, मई 6 -- जेपी इंटरनेशनल सेंटर के निर्माण में घोटाले के आरोपित एक रिटायर आईएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन ने केन्द्र को रिपोर्ट भेज दी है। एलडीए के बाकी तत्कालीन इंजीनियरों के खिलाफ कमिश्नर ने जांच तेज कर दी है। कार्रवाई के साथ ही एलडीए इसके अधूरे काम पूरे कराएगा। इसके बाद संचालन शुरू करेगा। जेपी सेंटर के निर्माण के लिए पहले वर्ष 2012-2013 में 265 करोड रुपये की डीपीआर स्वीकृत हुई थी। फिर बढ़ाकर 665 करोड़ कर दिया। तीसरी बार डीपीआर बढ़ाकर 864 करोड़ रुपये कर दी गई। इस तरह डीपीआर बढ़ाकर इसके निर्माण की लागत बढ़ाई कराई गई। बजट बढ़ाकर घोटाला किया गया। पूर्व में इसकी कई बार जांच हुई। अब मौजूदा कमिश्नर फिर से इसकी जांच कर रही हैं। उनकी रिपोर्ट आने के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी। बिजली के कामों के लिए 209.60 करोड़ रुपये स्वीकृत...