लखनऊ, मार्च 22 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता। निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों के आंदोलन को शनिवार को पूर्वोत्तर भारत के बिजली कर्मचारियों ने समर्थन दिया। पूर्वोत्तर के बिजली कर्मचारी संगठनों ने शनिवार को जारी प्रस्ताव में कहा कि उत्तर प्रदेश में निजीकरण का निर्णय वापस लिया जाए। अगर यूपी के बिजली कर्मचारियों का उत्पीड़न हुआ तो पूर्वोत्तर भारत के बिजली कर्मचारी मूक दर्शक नहीं रहेंगे। वे यूपी के बिजली कर्मचारियों के आंदोलन में साथ देंगे। बिजली कर्मचारियों ने 9 अप्रैल को लखनऊ में प्रस्तावित रैली में शामिल होने का भी ऐलान किया है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने कहा कि यूपी के बिजली कर्मचारियों को आंदोलन में व्यापक समर्थन मिल रहा है। अन्य प्रदेशों के बिजली कर्मचारी भी निजीकरण के विरोध में उठ रही आवाजों के साथ...