पूर्णिया, मार्च 5 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पूर्णिया विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग में मंगलवार को फणीश्वर नाथ रेणु जयंती समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर रेणु के साहित्यिक मर्म को स्पष्ट करते हुए हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ मनोज कुमार सिंह ने कहा कि रेणु साहित्य में प्रतिरोध के अनेक स्वर, अनेक रूप और अनेक रंग है। रेणु मनुष्य की मुक्ति की गाथा लिखने वाले पहले रचनाकार हैं। इस रूप में उनका ऐतिहासिक महत्व है। हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ अनामिका सिंह ने रेणु के कहानी साहित्य पर प्रकाश डाला। डॉक्टर पुरंदर दास ने रेणु का लेखकीय उद्देश्य स्पष्ट किया कि रेणु सर्वसमावेशी समाज की स्थापना करने के हिमायती थे । डॉक्टर जितेंद्र वर्मा ने रेणु के कथा शिल्प वैशिष्ट्य पर विचार व्यक्त किया। डॉक्टर वंदना भारती ने रेणु की आंचलिकता और उनकी प्...