भागलपुर, जुलाई 25 -- पूर्णिया, वरीय संवाददाता। भारत-यूके के बीच एफटीए (फ्री ट्रेड) सिर्फ ट्रेड डील नहीं, बल्कि भारतीय किसानों, व्यापारियों, उद्यमियों और प्रोफेशनल्स के लिए एक नई शुरुआत है। इससे जहां राज्यों को अपने खास उत्पादों को विदेशी बाजार मिलेंगे, वहीं एमएसएमई और छोटे व्यापारियों को भी बड़ा बाजार मिल सकेगा। बिहार की पहचान मखाना की अब यूके में मांग और बढ़ जाएगी। आयात शुल्क शून्य होने के बाद निर्यात बढ़ेगा। वहां के लोगों को मखाना सस्ता भी मिलेगा। मखाना के बिजनेसमैन मनीष कुमार कहते हैं कि भारत और यूके के बीच एफटीए से मखाना का व्यापार 20 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। मखाना का व्यापार भी बढ़ेगा। सुपर फूड की मांग यूके में पहले से अधिक है। एफटीए के बाद आयात शुल्क 70 प्रतिशत से कम होकर शून्य हो जायेगा। इससे वहां के बाजार में मखाना सस्ता मिलेगा। वहां...