मथुरा, फरवरी 12 -- मथुरा। पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया गया। श्रद्धालुओं ने यमुनाजी में डुबकियां लगाईं। यमुनाजी का अभिषेक-पूजन किया। सेवायतों ने आराध्यों का विधिपूर्वक अभिषेक, श्रृंगार कर विविध प्रकार के भोग लगाए। भक्तों ने संतों-महंतों, जरूरतमंदों, गोवंश की सेवा की। स्नान-दान-दर्शन का सिलसिला बुधवार की सुबह से ही आरंभ हो गया। भक्त यमुना के विश्राम घाट, प्रयाग घाट, असकुंडा घाट, बंगाली घाट आदि तटों पर यमुना मैया का पूजन करने तथा स्नान करने लगे। उसके बाद मंदिर-देवालयों में पहुंचने लगे। सेवायतों ने आराध्यों का विधि-विधान से अभिषेक कर मनोहारी वस्त्र धारण कराए और श्रृंगार किया। भोग लगाया। दर्शनों के लिए भक्तों का तांता लगा। द्वारिकाधीश, यमुना जी, यमराज, आदि वाराह, श्वेत वाराह, चौक के प्राचीन दाऊजी, दीर्घ विष्णु, रंगेश्वर महादेव, ...