देवघर, दिसम्बर 21 -- पालोजोरी,प्रतिनिधि। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में 24 कुंडीय राष्ट्र शौर्य समृद्धि गायत्री महायज्ञ का समापन पूर्णाहूति के साथ रविवार को हुआ। इस अवसर पर यज्ञाहूति में शामिल श्रद्धालुओं ने दक्षिणा में अपनी बुराई यज्ञ कुंड में आहूत कर दी। मातृशक्ति और देवकन्याओं ने दीप प्रज्ज्वलित की। शांतिकुज हरिद्वार से आए टोली नायक यज्ञ शिरोमणि शशिकांत सिंह ने इस आयोजन में हिस्सा ले रहे श्रद्धालुओं को कहा कि गृहस्थ एक तपोवन है। चार आश्रमों से श्रेष्ठतम है। जिसमें ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास समाहित है। गृहस्थ आश्रम में विवाह बंधन सर्वोत्तम बंधन है। साथ ही कहा कि गायत्री परिवार का यह ध्येय है कि लोग अपने आप में बदलाव लाएं, बुराई का त्याग करें। गायत्री परिवार का ध्येय वाक्य है हम बदलेंगे युग ब...