बलिया, दिसम्बर 26 -- रानीगंज, हिन्दुस्तान संवाद। सांस्कृतिक वैभव, आध्यात्मिक आस्था और ग्रामीण जीवन की मिट्टी की महक समेटे धनुष यज्ञ मेला के 32 दिवसीय यात्रा शुक्रवार को समापन हो गया। मेला क्षेत्र में पंचमी को स्थापित धर्म ध्वज को शुक्रवार को पूजा-अर्चना के साथ हटा दिया गया। बदलते दौर में डिजिटल चमक और सदियों पुरानी परंपराओं का संगम बना धनुष यज्ञ मेला पिछले सालों की अपेक्षा अधिक भव्य दिखा। मेले में इस वर्ष लगभग 25 करोड़ के कारोबार की उम्मीद जताई गयी है। इस वर्ष मेला पिछले साल की अपेक्षा आठ दिन अधिक रहा। अंतिम दिन शुक्रवार को भी मेला में लोगों की जबरदस्त भीड़ रही। मेलार्थियों ने जमकर खरीदारी भी की। समापन अवसर पर कोटवां पंचायत के प्रधान प्रतिनिधि /मेलाध्यक्ष रोशन गुप्त ने कहा कि धनुष यज्ञ मेला हमारी विरासत है। आने वाले दिनों में इसे और विकसि...