बगहा, नवम्बर 18 -- कोरोना काल में देश के विभन्नि राज्यों से मजदूरी कर लौटे मजदूरों को तत्कालीन डीएम कुंदन कुमार की सहायता से उद्यमी बनाने का प्रयास किया गया। उन्हें तरह-तरह की मदद दी गई। उनका उद्यम शुरू हुआ जिससे सैंकड़ों लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ। लेकिन आज ऐसी हालत हो गई है कि पूंजी के अभाव में इन उद्यमियों के उद्योग पर संकट मंडरा रहा है। स्थिति यह बन गई है कि उनके स्वयं के रोजगार का संकट गहरा गया है। बेतिया के बगल में चनपटिया में वर्ष 2020 में बनाए गए स्टार्टअप जोन को धूमधाम से खड़ा किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रगति यात्रा के दौरान इसे खूब सराहा, लेकिन आज सर्फि 27 उद्यमी बचे हुए हैं। पहले जहां 56 उद्यमी लोगों को रोजगार देते थे आज इनकी संख्या आधी हो चुकी है। इन उद्यमियों में ओमप्रकाश पटेल गुलशन कुमार आदि का कहना है कि जब तक...