बिजनौर, अगस्त 18 -- सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता केएस चौहान ने कहा कि जातियों का समूल विनाश के बिना भाईचारा स्थापित नहीं हो सकता। राष्ट्र में बढ़ता हुआ पूंजीवाद देश के सरकारी संस्थानों के निजीकरण का परिणाम है। जिसके कारण राष्ट्र में भूखमरी और गरीबी बढ़ती चली जायेगी। रविवार को राजमिलन बैंकट हाल में बामसेफ और उसके विंग्स द्वारा संविधान प्रबोधक क्लस्टर अधिवेशन संपन्न हुआ। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता मूलनिवासी वरिष्ठ अधिवक्ता केएस चौहान ने कहा कि देश में बडी आबादी पिछड़ों को गरीब मजबूर बनाये रखने का षडयंत्र है। निजीकरण राष्ट्र के संस्थानो का पूर्ण सरकारीकरण किए बिना संपूर्ण विकसित राष्ट्र एक कल्पना मात्र है। विशिष्ट अतिथि शमीम अंसारी ने बताया कि जातिया धर्म बदलने के बाद भी ज्यो की त्यो ही बनी रही। मुसलमानों का शोषण केवल धर्म के ...