विकासनगर, अक्टूबर 10 -- बाबूगढ़ स्थित आशाराम वैदिक इंटर कॉलेज में शुक्रवार को पुस्तकों एवं पुस्तकालय के महत्व पर संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार हेमचंद्र सकलानी ने की। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय कलूरा, पुस्तकालय और छात्र-छात्राओं को अपनी कई पुस्तकें भेंट कीं। हेमचंद्र सकलानी ने कहा कि पुस्तकें केवल कागज का पुलिंदा नहीं होतीं, बल्कि इनमें ज्ञान का भंडार होता है। पुस्तकें सोचने-समझने की क्षमता को बढ़ाती हैं और याददाश्त को मजबूत करती हैं। साहित्य संगम संस्था के सचिव डॉ. मदन पाल बिरला ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को नशे और मोबाइल की लत से दूर करने में केवल पुस्तकें ही सहायक हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि पुस्तकें मस्तिष्क का भोजन हैं और सबसे बड़ी मित्र हैं। अंग्रेजी प्रवक्ता नीरज वर्मा ने कहा...