सीतापुर, अगस्त 8 -- बिसवां। श्री खम्भेश्वर नाथ महादेव मंदिर में चल रही रामकथा में कथाव्यास पंडित सुबोध शास्त्री ने कहा कि रामकथा सरिता में स्नान करने से जीवन की दिशा बदल जाती है और दशा सुधर जाती है। कथा को गुरु की भांति जीवन में स्वीकार करने से यश पताका स्वतः लहराती है। उन्होंने कहा कि मिथिला संतों की नगरी है, जहां पुष्प वाटिका में भक्ति और भगवान का प्रथम मिलन होता है। इसी में प्रभु को भी अभिमान छोड़ना पड़ता है।

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