वाराणसी, अगस्त 6 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। बाढ़ के मद्देनजर मालवीय पुल पर ट्रेनों की स्पीड लिमिट (गति सीमा) पर नजर रखने के लिए इंजनों पर लोको पायलट के साथ स्टेशन अधीक्षक (एसएस) भी जा रहे हैं। वे काशी से पीडीडीयू जंक्शन तक जाकर दूसरी ट्रेन से लौट रहे हैं। इस दौरान कॉशन के हिसाब से गति 10 किमी प्रति घंटा ही रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। ट्रेनों की सेफ्टी (संरक्षा) के साथ पंक्चुअलिटी (समयबद्धता) बनाए रखने के लिए यह व्यवस्था की गई है। मालवीय पुल पर गंगा का जलस्तर पर अभी 238 फीट के आसपास है। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक वाटर लेवल 240 फीट पहुंचा तो एक-एक ट्रेनें पुल से गुजारी जाएगी। इनका कहना है कि वर्ष 1982 में ऐसे हालात बने थे। हालांकि मंगलवार दोपहर बाद जलस्तर स्थिर होने से राहत की उम्मीद भी जगी है। 150 ट्रेनों-मालगाड़ियों का रो...