नई दिल्ली, नवम्बर 10 -- सुप्रीम कोर्ट ने अदालत परिसरों में हिंसा की घटनाओं को गंभीरता से लिया है। अदालत ने सोमवार को कहा कि वह निचली अदालतों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पूरे देश में कड़े दिशा-निर्देश तैयार करेगा, जहां अक्सर वकीलों और पुलिस के बीच झड़पें होती रहती हैं। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ ने कहा कि 'दुर्दांत अपराधी' अक्सर वकीलों की पोशाक पहनकर अदालत आते हैं और अदालत परिसर में हिंसक घटनाओं को अंजाम देते हैं। पीठ ने कहा कि हमने पंजाब, हरियाणा और यहां तक कि दिल्ली में भी ऐसी घटनाएं देखी हैं, जहां काले लिबास में अपराधी वकीलों या अन्य आरोपियों पर हमला करते हैं। पुलिस असहाय है, क्योंकि यह पहचानने की कोई व्यवस्था नहीं है कि वे असली वकील हैं या अपराधी। हम सुनवाई अदालतों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पूरे देश में कड़...