कानपुर, अगस्त 21 -- कानपुर मोहम्मद आसिम सिद्दीकी 24 अगस्त 2020 का दिन। कानपुर पुलिस लाइन में 105 साल पुरानी बैरक की छत गिरी और उसकी चपेट में आए आरक्षी अरविंद सिंह की मौत हो गई, हादसे में तीन घायल भी हो गए। मृतक के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। सब जगह से मदद की उम्मीद धूमिल हो गई तो सामाजिक कार्यकर्ता इंजीनियर पंकज सिंह आगे आए। उन्होंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में 12 अक्तूबर 2020 को रिट दायर कर पीड़ितों के लिए इंसाफ मांगा। पांच साल की जद्दोजहद के बाद आखिर अरविंद की पत्नी व मां को मुआवजा मिल गया। अहम बात है कि एक सामाजिक कार्यकर्ता ने आगे बढ़कर मृतक आश्रितों के लिए मुआवजा और पुलिस की सुरक्षा के लिए गुहार लगाई। आयोग ने गंभीरता से सुना और 19 अगस्त 2025 तक कुल 17 बार सुनवाई कर आदेश पारित कर दिया। पंकज ने आयोग के आदेश की प्रति उपलब्ध करा...
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