भभुआ, जून 24 -- रिवाल्वर तान जमादार बोला, रूक जाओ चंद्रप्रकाश न्हीं तो गोली मार दूंगा सड़ी सब्जी पर पैर फिसला और गिरा तो पुलिस ने खूब लाठिया बरसाई (आपातकाल) भभुआ, कार्यालय संवाददाता। आपातकाल के दौरान पुलिस ने भभुआ श्हर के चंद्र प्रकाश आर्य की ऐसी पिटाई की कि वह चार घंटों तक बेहोश रहे। जब होश आया तो वह खुद को अस्पताल के बेड पर देखे। कांग्रेस द्वारा 11 नवंबर 1975 को फासिस्ट विरोधी सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. जगरनाथ मिश्र आनेवाले थे। छात्र संघर्ष समिति की ओर से फासिस्ट कौन? जनता को बताएं लिखकर जगह-जगह हस्तलिखित पोस्टर लगाने का निर्णय लिया गया। 10 नवंबर की रात 11 बजे एकता चौक के पास घनश्याम चौरसिया की चाय दुकान के पास टेलीफोन का पोल था। पोल पर चढ़कर पोस्टर साट रहा था। उनके साथियों को पुलिस ने खदेड़ दिया। मैंने नीच...