देवरिया, मई 12 -- देवरिया, निज संवाददाता। सरकारी कार्यालयों में जालसाजों की मजबूत पकड़ है। चंद रुपये के लालच में कागजात में हेरफेर कर देने की बात आम हो गई है। कलेक्ट्रेट के अभिलेखागार में केंद्रीय विद्यालय के कागजात में हुए हेरफेर के मामले में एक माह का समय गुजर जाने के बाद भी कोतवाली पुलिस आरोपियों का नाम प्रकाश में अभी नहीं ला पाई है। हालांकि जिम्मेदार अधिकारी जल्द ही नाम प्रकाश में ला देने का दावा कर रहे हैं। देवरिया का केंद्रीय विद्यालय आज भी उधार के भवन में संचालित हो रहा है। जबकि 2005 में अमेठी में केंद्रीय विद्यालय के लिए भूमि तो आवंटित कर दिया गया, लेकिन कुछ लोगों ने इस भूमि पर ही अपना स्वामित्व का दावा कर दिया। जिसके चलते भवन का निर्माण नहीं हो पा रहा। मामले का डीएम दिव्या मित्तल ने संज्ञान लिया और जांच कमेटी का गठन किया। जांच मे...