वाराणसी, अक्टूबर 13 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। पुलिया प्रसंग जड़ता के विरुद्ध मजबूती से खड़ा है। बौद्धिकता के लौकिकीकरण का आह्वान कर रहा है। ये बातें प्रो. सुरेंद्र प्रताप ने कहीं। वह बीएचयू के साहित्यिक-सांस्कृतिक मुक्ताकाशीय मंच 'पुलिया-प्रसंग की चौथी वर्षगांठ पर रविवार को मुक्त सत्र में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि कूप जल के विरुद्ध साहित्य को समाज के बहते नीर से जोड़ने का काम पुलिया प्रसंग बेहद कुशल ढंग से कर रहा है। यह एक जीवन दृष्टि देता है। जीवन को नए ढंग से देखने की पद्धति देता है। अध्यक्षीय संबोधन में न्यूरोलॉजिस्ट प्रो. विजयनाथ मिश्र ने कहा कि पुलिया प्रसंग ने शिक्षित वर्ग को समाज के साथ जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। अब समय आ गया है कि पुलिया मित्रों को जोड़कर इसको एक बड़ा संदर्भ दिया जाय। स्वागत वक्तव्य में संस्थापक प्रो.श...