कन्नौज, फरवरी 14 -- तिर्वा/हसेरन, संवाददाता। पुलवामा हमले में शहीद अजान गांव के प्रदीप यादव की शहादत के 14 फरवरी को छह बर्ष पूरे हो जाएगें, लेकिन आज भी गांव के लोगों के आंखो के सामने वहीं नजारा घूम रहा है। गांव के लोगों को इस बात का दर्द है कि सरकार तमाम वायदे करने के बाद भूल गई। गांव के विकास के लिए प्रशासन व सरकार ने कोई प्रयास नहीं किया। हसरेन क्षेत्र के अजान गांव निवासी प्रदीप यादव सीआरपीएफ में कार्यरत थे। पुलवामा हमले के दौरान 14 फरवरी को उनकी 45 जवानों के साथ शहादत हो गई थी। उनके शहादत के बाद जब उनका पार्थिव शरीर गांव आया, तो हजारों लोगों की भीड़ अपने शहीद को अन्तिम विदाई देने के लिए उमड़ी थी। इस दौरान प्रदेश शासन व जिला प्रशासन से कई अफसरों व नेताओं ने गांव पहुंचकर शहीद के परिवार को ढ़ाढस बंधाते हुए गांव के विकास के तमाम वायदे किए थे।...
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