लखनऊ, मई 4 -- नाट्य मंचन लखनऊ, कार्यालय संवाददाता मंचकृति समिति की ओर से चल रहे 17 दिनों में 50 नाटकों का मंचन किया जा रहा है। संत गाडगे प्रेक्षागृह में इसी के तहत रविवार को तीन नाटकों का मंचन किया गया। डॉ.अमिता दूबे की लिखी कहानी सीढ़ी का मंचन हुआ। इसके बाद संध्या सिन्हा की कहानी गोद भराई और अंत में विभा चन्द्रा की रची लेखनी आक्टोपस मंचन हुआ। सीढ़ी की कहानी एक ऐसे युवा की है जो विधवा और एक बच्चे की मां से शादी करता है। वह महिला उसके आईएएस बनने के सपने को पूरा करने में मदद भी करती है। आईएएस बनने के बाद वही युवक उसको छोड़कर दूसरी आईएएस महिला से विवाह करना चाहता है। मगर उसकी पत्नी उसको तलाक भी नहीं देती है और न ही उसको दूसरी शादी करने देती है। किसी केा अपनी तरक्की की सीढ़ी बनाकर अनुचित तरीके से उसका उत्पीड़न न करने की सीख देते हुए इस नाटक म...