प्रयागराज, मार्च 6 -- प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। जगत तारन गर्ल्स डिग्री कॉलेज में गुरुवार को व्याख्यान हुआ। 'संस्कृत साहित्य में नारी विमर्श ' विषय पर वक्ताओं ने अनुभव साझा किए। मुख्य वक्ता प्रो. मनोज कुमार मिश्र ने स्त्री के प्रति पुरुष के समर्पण और प्रेम का चित्रण प्रस्तुत किया। संस्कृत साहित्य के अनेक ऐसे प्रसंगों को उद्धृत किया जहां स्त्री की महत्ता को अपरिहार्य माना गया है। डॉ. निरुपमा त्रिपाठी ने स्त्री और पुरुष को एक-दूसरे का पूरक बताया। कहा, पुरुष का संरक्षण नारी की शक्ति को और सुदृढ़ करता है। डॉ. आरुणेय मिश्र ने प्राचीन काल में स्त्रियों को प्राप्त स्वयंवर, पुनर्विवाह, नियोग के अधिकारों की विभिन्न उद्धरणों के माध्यम से चर्चा की। डॉ. सौम्या कृष्णा ने अनेक संस्कृत कवयित्रियों के स्त्री चिंतन पर प्रकाश डाला। प्राचार्या प्रो. आशि...