नई दिल्ली, सितम्बर 10 -- MRP Revision: क्या आपने कभी सोचा है कि जब किसी चीज के बनाने की लागत बढ़ जाती है, तो कंपनियां नए दाम कैसे लगाती हैं? अब तक पुरानी पैकिंग वाला सामान पुराने दाम (MRP) पर ही बेचना पड़ता था, भले ही कंपनी को उस पर नुकसान क्यों न हो रहा हो। अब सरकार ने कंपनियों को पुराने उत्पादों के पैक पर नया एमआरपी (अधिकतम खुदरा मूल्य) लिखने की अनुमति दे दी है। यह उन उत्पादों के लिए है, जो अभी तक बिके नहीं हैं। इससे कंपनियों को राहत मिलेगी, क्योंकि वे जीएसटी में कमी का फायदा ग्राहकों तक पहुंचा सकेंगी।पुराना सामान 31 दिसंबर तक बेचना होगा हालांकि, कंपनियों को अपना पुराना सामान 31 दिसंबर तक बेचना होगा। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने मंगलवार को एक नोटिफिकेशन जारी कर यह अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि निर्माता, पैकर या आयातक स्टिकर लगाकर, स्ट...