जमशेदपुर, अगस्त 30 -- जमशेदपुर। डीसी कर्ण सत्यार्थी ने मनमाने तरीके से सरकारी जमीन के म्यूटेशन के पुराने मामलों को देखना शुरू कर दिया है। अगर यह सिलसिला जारी रहा तो कई पूर्व सीओ, एलआडीसी और एडीसी इसकी चपेट में आ जाएंगे। जमशेदपुर में सरकारी जमीन की बंदरबांट का लंबा इतिहास है। अनेक विवाद तो अभी भी चल ही रहे हैं। पूर्व सीओ महेश्वर महतो और तत्कालीन एडीसी सुनील कुमार का विवाद भी इनमें से एक है। जब कदमा के एक प्लॉट का लगान निर्धारण इन दोनों अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ था। हालांकि बाद में एडीसी मुकर गये जिसके कारण उनके दस्तखत की फॉरेंसिक जांच कराई गई। हालांकि उसकी रिपोर्ट को दबा दिया गया। दूसरी ओर, महेश्वर महतो सरकार की लचर व्यवस्था की वजह से प्रोन्नति पाकर एसडीएम रैंक के अफसर बन गये।

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