रुडकी, अक्टूबर 6 -- बदलते मौसम के बीच बच्चों में खांसी-जुकाम की समस्या आम हो गई है लेकिन कई बार अभिभावक डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं को पुराने होने के बावजूद इस्तेमाल करने की गलती कर बैठते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए चेतावनी जारी की है। ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि कफ सिरप जैसी तरल दवाएं सीमित समय के लिए प्रभावी रहती हैं। इन्हें डॉक्टर द्वारा निर्धारित डोज और अवधि के भीतर ही इस्तेमाल करना चाहिए। एक बार खुलने के बाद इन सिरप की रासायनिक संरचना समय के साथ बदलने लगती है। जिससे दवा के असर में कमी आ जाती है और कई बार यह हानिकारक भी साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि अभिभावक अक्सर यह सोचकर दवा संभालकर रख लेते हैं कि अगली बार बच्चे को वहीं बीमारी हो तो वही सिरप काम आ जाएगा। लेकिन यही लापरवाही बच्चे की सेहत को...