कन्नौज, अक्टूबर 18 -- तालग्राम, संवाददाता। दीपों का त्योहार दीवाली इस बार फिर से देशी रंग में रंगा नजर आ रहा है। बाज़ारों में जहां पहले चाइनीज लाइट्स और मोमबत्तियों की चकाचौंध रहती थी। वहीं इस बार मिट्टी के दीयों की सौंधी खुशबू और परंपरा की गर्माहट हर दुकान पर महसूस की जा रही है। स्थानीय कुम्हारों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है। मिट्टी से बने रंग-बिरंगे दीये, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां और देसी सजावटी सामानों की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। क्षेत्र में कई जगहों पर तो कारीगरों को रात भर काम करना पड़ रहा है। ताकि बढ़ती मांग पूरी हो सके। खरीदार राजेश दुबे, दीपक पटेल, राघव ठाकुर, अनिल मिश्रा आदि लोगों का कहना है कि इस बार दीवाली पर वे स्वदेशी उत्पादों से घर सजाने को प्राथमिकता दे रहे हैं। लोगों का मानना है कि अपने देश में बने दीये और...
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