मधुबनी, दिसम्बर 19 -- बेनीपट्टी, निज प्रतिनिधि। बेनीपट्टी उपकारा भवन के दक्षिण से गुजर रहा पुरानी कमला धार में दशकों से पुल का इंतजार है। पुल नहीं रहने से करीब दस हजार किसानो को अपने खेतों तक पहुंचने के लिए स्वयं से बनाये जा रहे चचरी पुल से पार उतरना पर रहा है। बरसात के दिनों में नदी की तेज धारा हर वर्ष चचरी को ध्वस्त कर देता है जिसे किसान स्वयं में चंदा कर हर वर्ष इसका जीर्णोद्धार कर पार उतरते हैं। चचरी पुल से किसान-मजदूर पैदल तो पार उतर जाते हैं पर खेतों की जुताई के लिए ट्रैक्टर या अन्य संसाधनों को पार उतारना मश्किल बना है। वहीं कटनी के बाद फसल ढुलाई में किसानों का पसीना छूट जाता है। कटैया, बनकट्टा, बेनीपट्टी एवं बेहटा, कछड़ा तथा उडैन व गांगुली मौजे का कृषि भूखण्ड इस परिक्षेत्र में स्थित है। अन्य मौजे के किसानों को अपने खेतों तक पहुंचने ...
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