सिद्धार्थ, सितम्बर 25 -- बिजौरा, हिन्दुस्तान संवाद। भनवापुर क्षेत्र के सिंगारजोत चौराहे पर स्थित श्रीराम जानकी मंदिर परिसर में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा के समझ चल रहे रामलीला के दूसरे दिन मंगलवार रात रामलीला कमेटी के कलाकारों ने बड़े ही मनोरम ढंग से श्रवण कुमार के चरित्र का सजीव मंचन किया। इसे देख कर दर्शक भाव विभोर हो गए। कलाकारों ने दिखाया कि श्रवण कुमार राजा दशरथ के दरबार में आकर अपने माता-पिता के अंधेपन को दूर करने के लिए गुरु वशिष्ठ से उपाय पूछता है। उसे गुरु वशिष्ठ माता-पिता को सभी तीर्थ स्थानों पर ले जाने का सुझाव देते हैं। श्रवण कुमार अपने माता-पिता को कांवड़ में बैठा कर सभी तीर्थ स्थानों पर ले जाते हैं। बूढ़े माता-पिता को प्यास लगने पर श्रवण को जंगल में पानी ढूंढते हुए दिखाया गया। राजा दशरथ भी जंगल में शिकार खेलते हुए नदी किनार...