गोरखपुर, सितम्बर 14 -- गोरखपुर, निज संवाददाता। पुत्रों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना को लेकर माताएं 14 सितंबर को जीवित्पुत्रिका व्रत रखेंगी। आश्विन कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाने वाला यह व्रत पूर्वांचल सहित उत्तर भारत में आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। व्रती महिलाएं पूरे दिन निर्जल रहकर संध्या के समय सोलह शृंगार करेंगी तथा बरियार के पौधे की पूजा कर व्रत कथा श्रवण करेंगी। व्रत का पारायण अगले दिन नवमी तिथि 15 सितंबर को दान-पुण्य और जीऊतिया माला धारण कर किया जाएगा। ज्योतिर्विद पं. शरद चंद मिश्र ने बताया कि यह व्रत माताएं विशेष रूप से पुत्रों की रक्षा और आयु वृद्धि के लिए करती हैं। यदि महिला असमर्थ हो तो उसका पति भी यह व्रत कर सकता है। इस वर्ष व्रत के दिन दोपहर 1 बजकर 2 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा, इसके बाद मृगशिरा नक...