नई दिल्ली, अगस्त 4 -- सावन का पवित्र महीना चल रहा है। सावन का महीना भगवान शिव को बेहद प्रिय है। कल यानी 5 अगस्त को सावन का चौथा और अंतिम मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा। सावन के महीने में हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। यह व्रत माता पार्वती को समर्पित होता है। मंगला गौरी व्रत के साथ ही कल यानी 5 अगस्त को सावन माह की पुत्रदा एकादशी भी है। मंगला गौरी व्रत और पुत्रदा एकादशी व्रत एक साथ पड़ने से इस दिन का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। पुत्रदा एकादशी का महत्व- सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूरी विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। यह व्रत संतान के लिए रखा जाता है। इस व्रत को रखने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। साथ ही संतानों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। मंगला ग...