सीतापुर, अगस्त 19 -- सीतापुर, संवाददाता। जिला सत्र न्यायालय की कोर्ट संख्या-14 पहली बार एक ऐसे मुकदमे का साक्षी बना। जिसमें न्यायाधीश ने वादी और पीड़िता पर ही मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया। जबकि दुष्कर्म का झूठा आरोप झेल रहे चार लोगों को दोषमुक्त कर दिया। ऐसे फैसले से न्यायालय परिसर में गहमा-गहमी बनी रही। अधिवक्ता भी फैसले पर चर्चा करते रहे। सन 2020 में कमलापुर थाने में पीड़िता के पिता ने अर्जुन, रामसुचित कश्यप, कामिनी और करन पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। जिस पर आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म, पाक्सो और एससी एसटी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। ऐसे में आरोपी जेल भी गये थे। जो बाद जमानत पर जेल से बाहर निकले थे। मामला न्यायालय में पहुंचने पर दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के बीच जिरह हुई। लगभग पांच साल तक चले इस मुकदमें में वादी औ...
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