विधि संवाददाता, जुलाई 4 -- इलाहाबाद हाईकोर्ट में गुरुवार को यूपी पीसीएस जे 2022 मुख्य परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं से छेड़छाड़, मूल्यांकन में अनियमितता और मेरिट सूची में गड़बड़ी के आरोपों की जांच रिपोर्ट पेश कर दी गई। न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता एवं न्यायमूर्ति राम मनोहर नारायण मिश्र की खंडपीठ के समक्ष इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायमूर्ति गोविंद माथुर की अध्यक्षता वाली न्यायिक जांच समिति की रिपोर्ट को सीलबंद लिफाफे और सूटकेस में प्रस्तुत किया गया। उसके बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अधिवक्ता के आग्रह पर खंडपीठ ने मामले पर अगली सुनवाई के लिए नौ जुलाई की तारीख निर्धारित की। याची श्रवण पांडेय की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सैयद फारमान अहमद नक़वी, अधिवक्ता शाश्वत आनंद और अंकुर आजाद मौजूद रहे। यह भी पढ़ें- UP के गांवों के इन अधिकार...